Bollywood

Arjun Kapoor की फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ हुई रिलीज, जानें कैसा मिला रेस्पोन्स

Mere Husband Ki Biwi Review: अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर और रकुल प्रीत सिंह की स्टारर फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ अब थिएटर में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म की कहानी और कॉमेडी दर्शकों के बीच उम्मीदों के साथ आई है, लेकिन फिल्म के बारे में क्या कहना चाहिए, यह सवाल अब उठने लगा है। खासतौर पर विकी कौशल की फिल्म ‘छावा’ के रिलीज के बाद, ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ बॉक्स ऑफिस पर कैसी साबित होगी, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन अभी तक जो समीक्षाएँ सामने आई हैं, उनसे यह फिल्म दर्शकों को एक ‘वन टाइम वॉच’ फिल्म के रूप में पेश होती है।

फिल्म की कहानी और निर्देशन

मुदस्सर अजीज़ के निर्देशन में बनी इस फिल्म की कहानी में बहुत कुछ ऐसा नहीं है जो बिल्कुल नया हो। फिल्म की कहानी अंकुर चड्ढा (अर्जुन कपूर) की है, जिसे अपनी पत्नी प्रबलीन कौर (भूमि पेडनेकर) से तलाक के बाद दूसरी प्रेमिका अंतरा खन्ना (रकुल प्रीत) से प्यार हो जाता है। लेकिन एक दुर्घटना के कारण प्रबलीन की याददाश्त चली जाती है और वह भूल जाती है कि उसने अंकुर से तलाक ले लिया है। अब अंकुर को यह दुविधा हो जाती है कि वह प्रबलीन को छोड़कर अंतरा के साथ अपना भविष्य तय करे या फिर पुराने रिश्ते को फिर से अपनाए। यह ट्रायएंगल ड्रामा दर्शकों को अपनी ओर खींचता है।

Zeenat Aman's Kissing Scene
कोस्टार के साथ किंसिंग सीन ने बढ़ाई जीनत अमान की मुसीबतें, विवाद के बाद फिल्म को बैन करने की मांग

कॉमेडी का प्रभाव

‘मेरे हसबैंड की बीवी’ की सबसे बड़ी खूबी इसकी कॉमेडी है, जो पूरे फिल्म में बनी रहती है। फिल्म को देखने में दर्शकों को बोरियत का अनुभव नहीं होता क्योंकि फिल्म में लगातार हास्य के क्षण होते रहते हैं। हालांकि, कुछ सीन का लॉजिक से कोई संबंध नहीं है, जिससे फिल्म की गहराई और यथार्थिता पर सवाल उठते हैं। फिल्म की कुछ स्थितियाँ बिल्कुल कल्पना से बाहर लगती हैं, लेकिन इसके बावजूद फिल्म दर्शकों को मनोरंजन देती है।

क्या यह फिल्म देखने लायक है?

यह फिल्म न तो पूरी तरह से कमजोर है, न ही पूरी तरह से बेहतरीन। यह उन फिल्मों की श्रेणी में आती है जिन्हें एक बार देखा जा सकता है, लेकिन शायद दोबारा देखने का मन न हो। फिल्म का म्यूजिक भी अच्छा है, लेकिन इसकी कहानी में वह खास बात नहीं है जो दर्शकों को बार-बार आकर्षित कर सके।फिल्म की कॉमेडी और मनोरंजन के बावजूद, यह एक टॉफी की तरह है, जो स्वाद में मीठी तो लगती है, लेकिन वह मजा नहीं देती। अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर और रकुल प्रीत सिंह ने अपने अभिनय में पूरी कोशिश की है, लेकिन फिल्म की कहानी और कुछ कमजोर सीन इसकी चमक को धुंधला करते हैं।

Read More : https://chunkybollywood.in/bollywood/how-much-fee-will-monalisa-take-for-the-diary-of-manipur-what-will-be-her-role-director-sanoj-mishra-reveals-2992.html

Darr
‘डर’ में शाहरुख खान के किरदार में सच्चा प्यार था, महज इच्छा नहीं; फिल्म लेखक हनी ईरानी ने किया खुलासा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button