फिल्मों के लिए छोड़ी कुश्ती, वेब सीरीज में दिए इंटीमेट सीन, कभी इस एक्ट्रेस के पास मेडिकल बिल भरने के तक नहीं थे पैसे
आश्रम में पम्मी का किरदार निभाने वाली अदिति पोहनकर आज किसी भी पहचान की मोहताज नहीं है। लेकिन आज हम आपको उनकी स्ट्रगल स्टोरी बताने वाले हैं कि कैसे वह एक एथलीट से एक्ट्रेस बनी।
Aaditi Pohankar: अपनी मेहनत और लगन से अदिति पोहनकर ने 1 दशक में ही कामयाबी हासिल कर एक बड़ी इंडिया स्टार बन चुकी है। चाहे फिर वो बात हो ओटीटी की या फिर बड़े पर्दे की अदिति दोनों में ही कामयाब हो गई है। लेकिन इस कामयाबी के साथ साथ उनकी निजी जिंदगी में बहुत कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने बहुत चीजों को खो दिया। पैसों की तंगी तक देखी। इतना ही नहीं अदिति की हालत यह थी कि उनके पास अस्पताल में बिल भरने के भी पैसे नहीं थे।
एक्टर ने फिल्म लिए छोड़ी कुश्ती
आपको बता दे कि आदिति के परिवार में सब एथलीट्स थे।जहां एक ओर उनके पिता नेशनल मैराथन में धावक रहे वही उनकी मां नेशनल लेवल की खिलाड़ी रह चुकी हैं। एक्टर भी अपने मा पिता के कदमों पर चली। ऐसा अदिति ने अपने परिवार को गर्व महसूस कराने के लिए किया। लेकिन जब एक्टर्स जब 15 साल की थी तो उनकी मां का निधन हो गया जिसके बाद एक्ट्रेस पूरी तरह से टूट हुई, वही दूसरी ओर उनके कोच की बेटी को भी लंग्स कैंसर हो गया जिसके बाद अदिति ने पूरी तरह से रनिंग से पूरी तरह से बैकआउट करने का सोचा। और फिर फिल्मी दुनियां में एक नया कदम रखा।
मां के सपना था हार्डिग को हो तसवीर
अदिति ने कहा कि मेरी मां चाहती थी कि मेरी तस्वीर हार्डिंग पर लगी हो। होर्डिंग पर यानि की मै स्कूल में टॉप करु और मेरी तस्वीर वहां पर लगी हो। मेरा नाम टॉप लिस्ट में हो। लेकिन मेरा सपना ऐक्टिंग करने का था। मैं रोज थियेटर जाती थी वहां मुझे मकरंद देशपांडे मिले और मैं उन्हें बस हाय बोलकर चली आईं और मुझे तीन हफ्ते लग गए अपना नाम बताने में।
एक्टिंग फील्ड के लिए पापा ने नहीं दिए रुपए
अदिति की कामयाबी के पीछे भी बहुत से किस्से छुपे हुए हैं। लेकिन एक किस्सा वह भी है जब आदिति ने अपनी मां के जाने के बाद फिल्मी दुनिया में जाने का मन बनाया तो उनके पिता उनसे नाराज रहने लगे। एक्टर ने धीरे धीरे ठाणे छोड़ दिया क्योंकि उन्हें ठाणे से मुंबई रोजाना ऑडिशन के लिए जाना होता था। आदिति वही पर रहने लगी एक बार उनकी तबीयत खराब हो गई तो उनके पिता ने उनको दवाई के लिए रुपए तक नहीं दिए बात यह नहीं थी कि उनके पिता के पास रुपए नहीं थे या पैसों की कोई तंगी थी बल्कि बात यह थी कि उनके पिताजी एक्टिंग की दुनिया से उनको अलग रखना चाहते थे जो अदिति एक्टिंग में शौक रखती हैं वह अपनी मर्जी से उन्होंने किया ना कि उनके पिता की मर्जी से इसके विरोध के कारण उनके पिताजी ने उनको दवाई के लिए रुपए तक नहीं दिए।